. आमतौर पर गैरतमिळ अपने तमिळ भाषा के अज्ञान के कारण तमिळों के निशाने पर रहते हैं। किंतु इस बार कुछ विपरीत हूआ है। अज्ञान की भांति अतिज्ञान भी कभी कभी विवाद उत्पन्न कर देता है। यह प्रसंग इसी बात का एक अच्छा उदाहरण है। तमिळनाड में पोंगल के हर्षोल्लास के वातावरण में एक शासकीय […]
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